जन जागरण अभियान चलाकर, समाज सुधार हेतु संकल्पित हुआ आदिवासी समाज

झाबुआ से मुकेश जैन की रिपोर्ट
आदिवासी समाज सुधार संगठन जिला झाबुआ द्वारा आदिवासी समाज में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत शनिवार में नगर के प्रगति सेवा संस्था के प्रांगण में एक विशाल सम्मेलन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में अलग अलग ग्राम के आदिवासी समाज के मुखिया उपस्थित हुए।
सुधार हेतु बनाए नियम
समाज सुधार संगठन के जिला संरक्षक श्यामा ताहेड़ ने बताया कि, समाज सुधार के लिए जिलेभर के 688 तड़वियों, और बुद्धिजीवियों ने मिलकर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समाज सुधार हेतु निम्न नियम कायदे बनाए है, जिसमें विवाह समारोह में दहेज लेना देना, फिजूल खर्ची को रोकना, विवाह समारोह में दारू का सेवन नहीं करना, विवाह समारोह में डीजे का उपयोग नहीं करना, बारात में दिखावा नहीं करना, अधिक वाहन नहीं ले जाना, देखा देखी नहीं करना, अश्लील गानों का उपयोग नहीं करना, कम उम्र में विवाह नहीं करना, सादा सात्विक भोजन बनाना आदि के साथ तडवी, पटेल, भांजगढ़ आदि सामाजिक, परम्परा के नियम भी शामिल है।

चेनसिंह डामोर ने बताया कि, जागरूकता अभियान में हम घर घर तक संगठन द्वारा बनाए नियमों को पंपलेट आदि के माध्यम से और तहसील, ब्लॉक, ग्राम आदि में बैठके कर सभी को जाग्रत करने का कार्य कर रहे है।
सभा को जिला पदाधिकारी दिलीप मेडा, बिशप पॉल मुनिया, बिशप पीटर खराड़ी आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष मेहताब डामोर, उपाध्यक्ष प्रताप ताहेड़, रामचंद गणावा, मानसिंह अमलियार, मिठू कतिजा, फादर जामु कटारा, पंकज डोडियार, अरुण ओहारी आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मोहन डामोर ने किया, एवं आभार फादर प्रकाश डामोर ने माना।
