सामाजिक महासंघ झाबुआ का नवाचारजनजाति युवाओं एवं सर्व समाज को निःशुल्क दिखाई गई फिल्म छावा

-मुकेश जैन की रिपोर्ट-
झाबुआ -देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय एवं धार्मिक भावनाओं से ओतप्रोत फिल्म छावा की प्रशंसा जब से की गई है एवं मध्य प्रशासन द्वारा इसे कर मुक्त कर दिया गया है तभी से सभी और इस फिल्म की विशेष धूम मची हुई है
इसी कड़ी में सामाजिक महासंघ झाबुआ द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए झाबुआ क्षेत्र के जनजाति समाज के युवाओं एवं सर्व समाज के वरिष्ठ लोगों को छावा फिल्म 27 फरवरी को सायंकाल 6 बजे निःशुल्क दिखाई गई
जानकारी देते हुए सामाजिक महासंघ के अध्यक्ष नीरज सिंह राठौर एवं उपाध्यक्ष राधेश्याम परमार दादू भाई ने बताया कि इस फिल्म को दिखाने का मुख्य उद्देश्य जनजाति युवाओं में देश व धर्म के प्रति वीरता का अलख जगाना है

छावा फिल्म में मराठा सरदार शिवाजी महाराज एवं उनके पुत्र संभाजी महाराज का देश के लिए किया गया त्याग एवं बलिदान को कभी बुलाया नहीं जा सकता मुगल सल्तनत के बादशाह औरंगजेब ने पूरी ताकत मराठाओं को हराने में लगा दी थी लेकिन जांबाज मराठाओं ने औरंगजेब को नाको चने चबवा दिए फिल्म में हिंदुओं के एकीकरण एवं उनकी वीरता को दिखाया गया है
हार्दिक अरोड़ा एवं सुनील चौहान ने बताया कि 27 फरवरी को सायंकाल 5:30 बजे सोल्जर फिजिकल ग्रुप के युवा एवं सर्व समाज के गणमान्य जन राजवाड़ा चौक पर उपस्थित हो गए थे
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी उपस्थित जनों को भगवा गमछा ओढ़ाकर स्वागत किया गया
इस दौरान जय भवानी जय शिवाजी जय मराठा सनातन धर्म की जय वंदे मातरम भारत माता की जय धर्म भूमि झाबुआ की जय जैसे नारों से पूरा वातावरण धर्म हो गया था
इस अवसर पर सोल्जर फिजिकल ग्रुप के प्रमुख उदय बिलवाल ने कहा कि इस फिल्म छावा से हमें यह शिक्षा मिलती है कि देश व धर्म की रक्षा के लिए हमें किसी भी प्रकार के बलिदान के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए क्रूरता कितनी भी बलवान हो जितती हमेशा सच्चाई ही है सनातन को सदियों से समाप्त करने के प्रयास किए जाते रहे हैं लेकिन सनातन का न कोई जन्म हुआ है ना ही कोई अंत है सभी के मंसूबे धरे के धरे रह जाएंगे
इस अवसर पर डॉक्टर के के त्रिवेदी, पी डी रायपुरिया,भेरू सिंह चौहान तरंग,हार्दिक अरोड़ा सुनील चौहान रविराज सिंह राठौर नाथूलाल पाटीदार प्रदीप पंड्या संघ प्रचारक पार्थ सारथी जिला शिक्षा अधिकारी ज्ञानेंद्र ओझा बाबूलाल पांचाल मनोहर सिंह राठौर प्रवीण सोनी बहादुर सिंह चौहान रमेश शर्मा भेरू सिंह सोलंकी चेतना चौहान सहित जनजाति समाज के युवा बड़ी संख्या में उपस्थित है