गुजरात शासन सर्वोच्च नागरिक अवॉर्ड से सम्मानित हुए डॉ. राहुल पडवाल

जिला झाबुआ/ राजेंद्र राठौर

झाबुआ।मेघनगर।गुजरात स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में गुजरात सरकार द्वारा प्रदत्त सर्वोच्च नागरिक सम्मान गुजरात गरिमा अवॉर्ड 2025 स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दाहोद के डॉ. राहुल एम. पडवाल को प्रदान किया गया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा गुरुवार को एक गरिमामयी समारोह में गोधरा में यह अवॉर्ड प्रदान किया गया । उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार द्वारा पिछले अठारह वर्षों मे रतन टाटा एवं मुकेश अंबानी को उक्त अवॉर्ड प्रदान किया गया था ।
डॉ. पडवाल का योगदान: आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य क्रांति….
स्थानीय तथा आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया, कुपोषण, और उच्च मातृ-शिशु मृत्यु जैसी समस्याएँ व्यापक हैं। डॉ. पडवाल ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए गर्भवती महिलाओं और नवजातों के लिए जीवनरक्षक सेवाएँ प्रदान कीं। दाहोद शासकीय अस्पताल में तीन वर्ष तक द्वितीय श्रेणी चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्य किया वहीं पाँच वर्ष
प्रथम श्रेणी स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद पर रहते हुए छः हजार से अधिक सर्जरी और पचास हजार ओपीडी मामलों में उपचार किये।
सांख्यिकीय उपलब्धियाँ……
677 उच्च जोखिम वाली माताओं को निःशुल्क चिकित्सा
12,000 स्त्री रोग संबंधी सर्जरी तथा 35,000 से अधिक सोनोग्राफी के साथ 1,831 रक्ताधान विशेषकर गर्भवती महिलाओं के लिए कर चुके हैं ।एक लाख प्रसव पूर्व जाँच
तथा 6,000 से अधिक सिकल सेल एवं थैलेसीमिया परीक्षण कर चुके है
नवाचारी पहल ने प्रशंसा अर्जित की….. नो मनी इफ़ नो सर्वाइव अर्थात”जीवित नहीं तो शुल्क नहीं” डा.पडवाल की इस नवचारी पहल ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा अर्जित की। वर्ष 2023 में इस पहल को एफसीसीआई और नीटी आयोग द्वारा भी सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि डॉ. पडवाल ने आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की परिभाषा बदल दी है। उनका समर्पण गुजरात के लिए प्रेरणा है।डॉ. राहुल पडवाल का यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास का भी गौरव है। उनकी सेवाएँ इस बात का उदाहरण हैं कि समर्पण और नवाचार से कैसे सामाजिक बदलाव लाया जा सकता है। राज्यपाल ने उनके कार्य को सामाजिक परिवर्तन का मॉडल बताया।