झाबुआ पुलिस द्वारा सम्माननीय नागरिकों हेतु जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन




भूपेंद्र सिंह गौर की रिपोर्ट
झाबुआ जिले में पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल के नेतृत्व में पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन में एक जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखकर की गई। इस दुखद घटना में मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उपस्थित सभी लोगों ने गहन शोक व्यक्त किया। कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस और आमजन के बीच समन्वय स्थापित कर पुलिसिंग में जनभागीदारी सुनिश्चित करना एवं समाज से अपराधों और सामाजिक कुरीतियों का उन्मूलन करना रहा। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में रमेश वी मोरखंडिकर (जे.के.एम.एस फाउंडेशन) एवं प्रोफेसर डॉक्टर प्रभु नारायण मिश्रा (पूर्व डीन, आईएमएस इंदौर) उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में बताया कि झाबुआ पुलिस द्वारा जिले के तडवी, ग्राम एवं नगर रक्षा समितियों के सदस्यों के सहयोग से समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, दापा प्रथा, नशाखोरी, बाल विवाह और सूदखोरी को समाप्त करने हेतु सतत प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं — जैसे कि अपराधों में कमी, जिलेवासियों का मजदूरी पर बाहर जाने वालों की संख्या में कमी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों को कम से कम 12वीं कक्षा तक शिक्षा दिलाएं, कम उम्र में विवाह न करें और बालकों को मजदूरी हेतु बाहर न भेजें। कार्यक्रम में नशा मुक्ति पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि नशा युवाओं को गुमराह कर रहा है और इससे समाज की नींव कमजोर हो रही है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अपने क्षेत्र में नशे के विरुद्ध अभियान चलाएं और युवाओं को इस बुराई से दूर रखें। यातायात सुरक्षा की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने की सलाह दी, ताकि दुर्घटना की स्थिति में जीवन की रक्षा हो सके। इस कार्यक्रम में रमेश मोरखंडिकर ने सामाजिक विषयों पर विचार व्यक्त किए। साथ ही उन्होंने ने प्रश्न उत्तर के माध्यम से आमजन की समस्याओं को जाना व उनके समाधान हेतु विचार साझा किए। उनके द्वारा पलायन जैसी समस्याओं से निपटने व जिले में रोजगार के अवसरों का सृजन करने जैसे विषयों पर भी चर्चा की गई। प्रोफेसर डॉ. प्रभु नारायण मिश्रा ने झाबुआ जिले में चल रहे सामाजिक सुधार अभियानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि झाबुआ पुलिस मॉडल देशभर में अनुकरणीय बनता जा रहा है। इस अवसर पर श्रीमती भारती मोरखंडिकर, श्रीमती मधुलिका शुक्ल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे, एसडीओपी झाबुआ श्रीमती रूपरेखा यादव, एसडीओपी थांदला नीरज नामदेव, उप पुलिस अधीक्षक श्री गिरीश कुमार जेजुरकर, रक्षित निरीक्षक अखिलेश राय सहित समस्त थाना प्रभारी, रक्षा सखी टीम, सायबर टीम, पत्रकारगण और अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे द्वारा सभी अतिथियों और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए किया गया।