अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल में ‘हरित महोत्सव’ – अनुभवात्मक शिक्षण की अनूठी पहल




झाबुआ।अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल, झाबुआ के प्री-प्राइमरी वर्ग के नन्हे विद्यार्थियों के लिए ‘जंगल सफ़ारी’ विषय पर आधारित हरित महोत्सव का आयोजन बड़े ही उल्लासपूर्वक किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के कक्षों को हरियाली से युक्त जंगल के दृश्य के अनुरूप सजाया गया, जिससे बच्चों को प्राकृतिक वातावरण का वास्तविक अनुभव हो सके।
इस आयोजन के अंतर्गत विद्यार्थियों ने विविध रोचक गतिविधियों में भाग लिया, जिनमें हाथी की सूंड में रंग भरना, घड़ियाल को सजाना, बंदर को केला खिलाना जैसी खेल-आधारित शैक्षणिक गतिविधियाँ सम्मिलित थीं। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की लघु मोटर कौशल, रचनात्मकता, दृष्टिबोध, एवं टीम भावना का सुंदर विकास हुआ।
सभी बच्चे हरे रंग के वस्त्रों में सजकर आए और “जंगल-जंगल बात चली है, पता चला है…” गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, जिससे वातावरण आनंद और उल्लास से भर गया। बच्चों को अपने टिफिन में हरे रंग के व्यंजन लाने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे उन्हें स्वस्थ खान-पान एवं रंगों की पहचान से भी परिचय प्राप्त हुआ।
यह आयोजन पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता जगाने, प्रकृति से जुड़ाव बढ़ाने एवं शिक्षा को रोचक और जीवनोपयोगी बनाने की दिशा में एक उत्कृष्ट प्रयास रहा। इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों में भावनात्मक, सामाजिक एवं बौद्धिक विकास को प्रोत्साहित करती हैं और अनुभव आधारित शिक्षा को साकार रूप देती हैं।
विद्यालय के संस्थापक डॉ. लोकेश दवे एवं प्राचार्य डॉ. रितेश लिमये ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन शिक्षा को केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रखते, बल्कि बच्चों को जीवन से जोड़ते हैं।
यह कार्यक्रम विद्यालय की प्री-प्राइमरी प्रभारी श्रीमती अर्चिता राठौर के मार्गदर्शन में सभी शिक्षिकाओं की सक्रिय सहभागिता से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल – जहाँ हर अनुभव एक शिक्षण अवसर बनता है।
