अस्पताल स्वछताकर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ




झाबुआ। झाबुआ जिले के 17 स्वास्थ्य संस्थाओं में संचालित वाश इन हेल्थ, जलवायु परिवर्तन एवं वातावरण स्थायित्व कार्यक्रम अंतर्गत यूनिसेफ के सहयोग से स्वास्थ्य संस्थाओं के अंतर्गत कार्यरत सफाईकर्मियों एवं सुपरवाइजर का प्रशिक्षण आयोजित हुआ। प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. बघेल द्वारा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए स्वच्छताकर्मियों का उत्साहवर्धन किया एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक आर.आर. खन्ना के द्वारा स्वच्छता इंडिकेटरों की NQAS असेसमेंट में भूमिका के बारे में जानकारी दी। वाश गाइडलाइन अनुसार स्वास्थ्य संस्थाओं में किस प्रकार साफ-सफाई की जाए पर प्रैक्टिकल सत्रों का आयोजन हुआ। स्वास्थ्य संस्थाओं में दिन में तीन बार ड्राई मोप एवं वेट मोप थ्री बकेट सिस्टम, कलर कोटेड बिन के माध्यम से सफाई होना जरूरी है। इस संबंध में तकनीकी सत्र भगवान सिंह राठौर द्वारा आयोजित किये गए। बायो बेस्ट मैनेजमेंट के बारे में प्रशिक्षित किया गया। स्वास्थ्य संस्थाओं में सफाई करते समय सफाईकर्मियों द्वारा व्यक्तिगत स्वच्छता एवं सुरक्षा के पहलुओं पर भी प्रशिक्षित किया गया। दो दिवसीय प्रशिक्षण में 50-50% स्वच्छता कर्मियों को एक-एक दिन प्रशिक्षित किया गया जिसमें कुल 140 स्वच्छताकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। नर्सिंग ऑफिसर पायल राणे द्वारा स्वच्छताकर्मियों की सुरक्षा हेतु टीकाकरण के बारे में जानकारी दी, यूनिसेफ की और से सास्वत नायक द्वारा स्वच्छताकर्मियों एवं अग्रिमपंथी कार्यकर्ताओं संबंधी शासन की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण दौरान समस्त स्वच्छताकर्मियों को हेवी ड्यूटी ग्लब्स वितरित किये गए। जिसमें सेसोर्स पर्सन अजहर उल्ला खान, सीपीएचसी सलाहकार कैलाश चरपोटा, क्वालिटी कंसलटेंट शेरान विलसन की सहभागिता रही। प्रशिक्षण का प्रबंधन श्री प्रवीण यादव द्वारा किया गया।

