श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर ह्रदय स्थल राजवाड़ा में झाबुआ युथ ने दही-हांड़ी फोड़कर जीता खिताब25 हजार रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया





हजारों दर्शकों ने मोबाईल की फलश लाईट जलाकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का लिया संकल्प
राजवाड़ा पर महापुरूषों की तस्वीरे लगने के साथ सतोगिया समाज के गरबा रास एवं जिले की आदिवासी संस्कृति भगोरिया नृत्य ने बांधा समां
झाबुआ। श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर 16 अगस्त, शनिवार देर शाम 7.30 बजे से शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति ने 22वां दही-हांडी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें हजारों की संख्या में शहर सहित आसपास के अंचलों से श्री कृष्ण भक्तों की भीड़ रहीं। पूरा राजवाड़ा चारो ओर से दर्शकों की भीड़ से खचाखच रहा। दही-हांडी फोड़ने का खिताब तीसरे चरण में झाबुआ युथ (भगवा चौक) की टीम ने हासिल किया। टीम को 25 हजार रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। कान्हा बने सूरज ताहेड़ को गोद में उठाकर झाबुआ युथ की टीम ने जमकर नृत्य किया और खुशियां मनाई। कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण सतोगिया समाज का गरबा रास और जिले की आदिवासी संस्कृति एवं परंपरा के अनुरूप भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति ने समां बांधा, तो दूसरी ओर राजवाड़ा पर अलग-अलग स्थानों पर देश के महापुरूषों, क्रांतिकारियों की तस्वीरे लगाई गई। सभी को अपने मोबाईल की फलश लाईट चालू करवाकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत स्वदेशी वस्तुओं और सामग्रीयों का उपयोग करने का सामूहिक संकल्प दिलवाया गया। प्रतियोगिता के अंत में विजेता टीम झाबुआ युथ को 25 हजार रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
जानकारी देते हुए श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति संयोजक डॉ. नीरजसिंह राठौर एवं अध्यक्ष डॉ. यशवंत भंडारी ने बताया कि दही-हांडी फोड़ प्रतियोगिता की शुरूआत शनिवार शाम 7.30 बजे से हुई। आयोजन स्थल राजवाड़ा पर देर शाम से ही शहर सहित आसपास के अंचलों से लोगों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई थी। सर्वप्रथम सतोगिया समाज द्वारा करीब एक घंटे तक आयोजनस्थल डांडिया रास की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद जिले के प्रसिद्ध भगोरिया नृत्य ने समां बांध दिया एवं उपस्थितजनों को नांचने को मजबूर किया। इस बीच करीब 15 मिनिट कलाकार रमेशचन्द्र पंवार ने सुंदर वायलीन बजाकर भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। रात 9 बजे गौ-सेना (झाबुआ युथ) की ओर से गौ-माता की आरती कर भगवान श्रीराम एवं गौ-माता के सामूहिक जयघोष लगाए गए। समिति संयोजक डॉ. नीरजसिंह राठौर ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत उपस्थित हजारों की संख्या में लोगों से मोबाईल की फलश लाईट चालू करवाकर स्वदेशी सामग्रीयों को अपनाकर देश को मजबूत बनाने का सामूहिक संकल्प दिलवाया। बाद सभी ने भारत माता और भगवान श्रीकृष्ण जयकारे लगाए। अतिथि के रूप में समिति अध्यक्ष डॉ. यशवंत भंडारी के साथ वरिष्ठ सदस्यों में जेवियर मेड़ा, बलवीरसिंह सोहेल, वरिष्ठ समाजसेवी अजय रामावत एवं अशोक शर्मा, लालसिंह चौहान, रमेश शर्मा, भाजपा खेल प्रकोष्ठ जिला संयोजक शैलेष बिट्टू सिंगार, भाजपा महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष एवं पार्षद श्रीमती रेखा अश्विन शर्मा, पार्षद घनश्याम भाटी मंचासीन रहे।
कुल 6 टीमों ने लिया भाग
प्रतियोगिता का सफल संचालन करते हुए समिति के वरिष्ठ सदस्यों में राधेश्याम परमार ‘दादुभाई’, प्रदीप ओएल जैन, पंकज जैन ‘मोगरा’ एवं उदय बिलवाल ने प्रतियोगिता आरंभ करने से पूर्व सभी टीमों एवं दर्शकों को नियम एवं शर्तों की जानकारी देते हुए कप्तानों से फार्म भरवाएं गए। प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों में झाबुआ युथ (भगवा चौक), उदयपुरिया मेघनगर नाका, पॉलिटेक्निक कॉलेज, ग्राम गोलाछोटी, ग्राम करड़ावद बड़ी एवं ग्राम हड़मतिया की टीम ने रात 9.15 बजे से दही-हांडी फोड़ने के प्रयास शुरू किए। टीमांे के क्रम का चयन चिट्ठी सिस्टम से बाल गोपाल बने नन्हें बालक ग्रंथ शुक्ला एवं बालिका हीरांशी पानेरी ने चिट्ठी निकालकर बाद क्रम का निर्धारण कर टीमों के युवा गोपालों ने बारी-बारी से दही-हांडी फोडने के पूरजोर प्रयास किए।
आयोजनस्थल पर सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
प्रतियोगिता की व्यवस्था में विशेष सहयोग समिति के महासचिव चंदरसिंह चंदेल, रविवराज सिंह राठौर एवं सुनिल चौहान के नेतृत्व में युवा वालेंटियरों ने बाल गोपाल एवं समिति की टीशर्ट पहनकर कमान संभाली। वहीं सभी टीमांे को भी कलर कोड प्रदान किए गए। आयोजनस्थल पर थाना प्रभारी आरसी भास्करे के नेतृत्व में पुलिस बल एवं ट्रेफिक पुलिस ने मुश्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था संभाली। वहीं नगरपालिका की ओर भी व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया गया। कार्यक्रम के विशेष सहयोगी में माईक एवं लाईट व्यवस्था में अजयसिंह पंवार एवं अब्दुल रहीम ‘अब्बू दादा’, रेत में सहयोग स्मार्ट हब कंपनी, प्रतियोगिता की व्यवस्था संभाल रहे युवा वालेंटियरों को टीशर्ट समिति के पंकज जैन ‘मोगरा’ पुष्प ब्रांड मसाला की ओर से प्रदान की गई।
महापुरूषों की तस्वीरों से सजा राजवाड़ा
समिति द्वारा दही-हांडी की ऊंचाई 31 फिट रखी गई। दहीं-हांडी के दोनो ओर रस्सी पर देशभक्ति के प्रतीक तिरंगा आकृति के ब्लूनस लगे होेने के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ के फलेक्स भी लगे हुए रहे। जगह-जगह देश के महापुरूषों में शहीद चन्द्रशेखर आजाद, स्वामी विवेकानंद, वीर दुर्गादासजी, ज्योतिबा फूले, महाराणा प्रताप, डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं जिले के संत स्व. खुमसिंह महाराज की तस्वीरे लगी दिखाई दी। युवाओं द्वारा अपने-अपने मोबाईल से दही-हांडी फोड़ने का प्रयास करने वाले युवा गोपालों के फोटो, वीडियों रेकार्डिंग आदि भी किए गए। जिन्हें सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया। वहीं यू-ट्यूब पर भी आयोजन का प्रसारण हुआ।
तीसरे राउंड में दहीं हांडी 4 फिट नीचे करने के बाद फूटी
कुल 6 टीमों द्वारा दो राउंड में पिरामिड बनाकर दही-हांडी को फोड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद रात करीब 10.45 बजे तीसरे चरण शुरू करने से पूर्व दही-हांडी को 4 फिट नीचे किया गया और फिर से ड्रा सिस्टम के माध्यम से टीमों को मटकी फोड़ने का अवसर समिति एवं मंचासीन अतिथियों की ओर से प्रदान किया। तीसरे चरण में दूसरी टीम के रूप में झाबुआ युथ (भगवा चौक) ने पूरी रणनीति और सूझबूझ के साथ 4 पिरामिड के बाद 5वीं पिरामिड में रस्सी पर युवा गोपाल सूरज ताहेड़ ने लटककर दही-हांडी फोड़कर माखन-मिश्री नीचे बरसाया। इसके बाद नीचे कूदकर झाबुआ युथ के गोपालों ने कान्हा बने सूरज ताहेड़ को गोद में उठाकर जमकर नृत्य किया। समिति की ओर से सभी से ‘आलकी की पालकी, जय कन्हैयालाल की’, नंद घर आनंद भयो जय कन्हैयालाल की’ के सामूहिक जयघोष लगवाए गए। उल्लेखनीय है कि पिछले 6 वर्षों से पॉलिटेक्निक कॉलेज द्वारा लगातार रात 12 बजे दही-हांडी फोड़ने का रिकार्ड कायम किया गया है। इस वर्ष दही-हांडी झाबुआ युथ (भगवा चौक) की टीम ने फोड़ी।
25 हजार रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया
श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति की ओर से अतिथियों के माध्यम से विजेता टीम को 25 हजार रू. का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। जिसमें 21 हजार रू. का पुरस्कार समिति की ओर से, 1 हजार रू. वरिष्ठ समाजसेवी अशोक शर्मा, 1 हजार अजय रामावत, 1 हजार रू. जेवियर मेड़ा एवं 1 हजार रू. युवा लवेश सोनी की ओर से घोषणा की गई। दही-हांडी रात ठीक 11.10 बजे फूटी। जिसके बाद विजेता टीम ने जमकर खुशियां मनाई और भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण के साथ भारत माता के जयघोष लगाए। झाबुआ युथ के नेतृत्वकर्ता विनय वर्मा एवं कप्तान तुषार गुंडिया रहे। संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में विशेष सहयोग हरिश शाह ‘लालाभाई’, राजेश डामोर, पं. विष्णु व्यास, रेहान शेख आदि ने प्रदान किया। अंत में सभी के प्रति आभार समिति अध्यक्ष डॉ. यशवंत भंडारी ने माना।
