हरियाली अमावस्या पर मातृधरा अभियान के तहत सावन के झूले झूलकर नारीशक्ति ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश छात्र-छात्राओं में भी लिया झूली का आनंद






झाबुआ। जिले में कलेक्टर नेहा मीना की पहल पर महिलाओं की भागीदारी से पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “मातृधरा अभियान (नारी शक्ति से प्रकृति को शक्ति)” प्रारम्भ हुआ हैं।
हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर मातृधरा अभियान के अंतर्गत “नारीशक्ति से प्रकृति को शक्ति” थीम को साकार करते हुए महाशक्ति महिला मंडल राणापुर की महिलाओं, प्राथमिक विद्यालय खांडियाखाल में
सावन के झूले थीम पर बच्चो एवम शिक्षकों के द्वारा विद्यालय में लगे इमली के पेड़ पर रस्सी के द्वारा झूला बांध कर उसे अच्छे से सजाकर सावन के महीने में झूलने का आनंद एवम पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।आयोजन में शाला प्रभारी श्रीमति रेणु कछावा, श्रीमति पुष्पा डामोर और छात्राएं उपस्थित रहे। पीएम श्री शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झाबुआ की छात्राओं, श्री परशुरामेश्वर रामायण मंडल मेघनगर नाका की महिलाओं, स्कूली शिक्षिकाओं एवं छात्राओं ने पारंपरिक अंदाज में सावन के झूले झूलकर उत्सव का आनंद लिया।
इस आयोजन के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश दिया।
पर्यावरण प्रेम और सांस्कृतिक चेतना को एक सूत्र में पिरोते हुए महिलाओं और बालिकाओं ने न केवल हरियाली का उत्सव मनाया, बल्कि पौधारोपण, स्वच्छता एवं प्रकृति से जुड़ाव को भी बढ़ावा दिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजी प्रतिभागियों की उपस्थिति से कार्यक्रम में उत्साह और उल्लास का संचार हुआ।
कलेक्टर नेहा मीना ने कहा कि मातृशक्ति की सहभागिता से समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को बल मिलता है। यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में समुदाय को एकजुट करना भी था।



