नशे से दूरी ही जीवन की जरूरी तैयारी” – शारदा विद्यालय में चला प्रभावी जागरूकता अभियान“नशा युवाओं के भविष्य का सबसे बड़ा शत्रु है” – एसपी शुक्ला

झाबुआ — शारदा विद्या मंदिर में नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत एक प्रभावी जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक शुक्ला रहे। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया,डीएसपी कमलेश शर्मा , डीएसपी गिरीश जेजुरकर ,एसडीओपी रूपरेखा यादव, कवि पीयूष सोनी, गायत्री परिवार से श्रीमती नलिनी बैरागी , संचालिका खुशी शर्मा मंचासीन रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात विद्यालय की संस्थापिका श्रीमती किरण शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय में चल रहे जन जागरूकता अभियानों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय नशा मुक्ति, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, जल बचाओ, जैसे कई विषयों पर निरंतर कार्य कर रहा है।

एसपी शुक्ला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा—

“शारदा विद्या मंदिर ने हमेशा समाजहित में किए जा रहे अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाई है। यही कारण है कि यह विद्यालय ‘सदैव प्रथम’ कहलाने योग्य है।”
उन्होंने छात्रों को नशे के दुष्परिणाम समझाते हुए आत्म-संयम, सकारात्मक सोच और शिक्षा के महत्व पर प्रेरणादायक बातें कही।

कवि पीयूष सोनी ने अपनी सशक्त कविता और गीत के माध्यम से विद्यार्थियों को भावनात्मक रूप से झकझोरते हुए नशे से दूर रहने का संदेश दिया, वहीं श्रीमती नलिनी बैरागी ने गायत्री परिवार के माध्यम से विद्यार्थियों को आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में चित्रकला, निबंध एवं रंगोली प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रथम और द्वितीय पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन उपप्राचार्य मकरंद आचार्य ने सहज, शिष्ट और प्रभावी शैली में किया।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य दीपशिखा तिवारी ने सभी अतिथियों, विद्यार्थियों एवं आयोजन समिति को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि ऐसे अभियान केवल आयोजन नहीं, बल्कि एक चेतना होते हैं, जो विद्यार्थियों को जीवन भर सही राह दिखाते हैं।

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राजेंद्र राठौर

राजेंद्र राठौर टुडे लाइव न्यूज़ के सह-संपादक हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले राठौर राजनीतिक, सामाजिक और जनहित से जुड़े विषयों पर उत्कृष्ट पकड़ और विश्लेषण क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी निष्पक्ष, तथ्यपरक और जनसंवेदनशीलता से परिपूर्ण होती है।

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