कुपोषण मुक्त झाबुआ अभियान अंतर्गत ” मोटी आई कैम्पेन 2.0″ प्रारंभ



झाबुआ। कलेक्टर नेहा मीना की पहल पर कुपोषण मुक्त झाबुआ के तहत जुलाई 2024 से "मोटी आई कैम्पेन" के तहत विभिन्न स्तर पर गतिविधियां आयोजित कर कुपोषण को कम किया गया। जिसमें मुख्य रूप से अतिकुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, मोटी आई का चयन कर प्रशिक्षण , स्वास्थ्य परीक्षण, पौष्टिक आहार का वितरण, बच्चों के लिए थर्ड मील का वितरण, कुपोषित बच्चों की मालिश , निरन्तर मॉनिटरिंग की जाकर प्रत्येक बच्चों की प्रोफाईल कार्ड तैयार किया जाकर जिले में कुपोषण को कम किया गया। जुलाई 2024 की स्थिति में 1613 अतिकम वजन के बच्चों एवं 337 बोर्डर लाईन मेम कुल 1950 बच्चो को लक्ष्य निर्धारित कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सुधार किया गया है। जिसमे से कुल 1272 बच्चो सामान्य श्रेणी , 446 बच्चे मध्यम कम श्रेणी में परिवर्तित हुवे इस प्रकार 1718 बच्चो का पोषण स्तर मे सुधार हुआ । "मोटी आई कैम्पेन" के सकारात्मक परिणाम के पश्चात कलेक्टर नेहा मीना के निर्देशन में द्वितीय चरण मोटी आई कैम्पेन 2.0 के लिए माह अप्रैल और मई में कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन का कार्य किया गया। वर्तमान में प्रथम चरण के शेष 232 बच्चे एवं नवीन चिन्हांकित 390 बच्चों कुल 622 बच्चो के लिए पुनः "मोटी आई कैम्पन 2.0" का प्रारंभ 18 जून 2025 को थान्दला विकासखण्ड से किया गया । इस अवसर पर कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता मे स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग के क्षेत्रीय अमले की संयुक्त बैठक का आयोजन किया जाकर विभागीय अमले को मार्गदर्शन दिया गया। कलेक्टर नेहा मीना ने बताया कि द्वितीय चरण में पहले चरण के शेष बच्चों और नवीन चिन्हांकित बच्चों का कुपोषण को समाप्त करने के लिए लक्षित रूप से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अतिकुपोषित सैम एवं बॉर्डर लाइन मेम बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाया जाएगा। मोटी आई कैम्पेन 2.0 के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में क्रमबद्ध तरीके से प्रशिक्षण दिया जाकर मैदानी स्तर पर पुर्वानुसार गतिविधियां संचालित की जावेगी । जिसमें मुख्यतः प्रति शनिवार प्रत्येक बच्चे का स्वास्थ्य कार्यकर्ता/आशा/एएनएम के माध्यम से किया जावेगा। आंगनवाडी केन्द्र पर मोटी आई के माध्यम से चिन्हांकित बच्चो की मालिश , समक्ष में पोषण आहार एवं अभिभावको को पोषण शिक्षा दी जावेगी। जिले में 6 एनआरसी संचालित है जिसकी बैड आक्युपेंसी संख्या 80 है । इसमें अतिकुपोषित बच्चो को एनआरसी मे भर्ती करवाया जायेगा साथ ही कुपोषण को कम करने हेतु आंगनवाडी केन्द्र पर कुपोषित बच्चों के अभिभावको के समक्ष टीएचआर से बने व्यंजनो का उपयोग करने की भी समझाईश दी जावेगी। इससे समाज मे जागरूकता बढेगी। मई 2025 की स्थिति में परियोजनावार चिन्हांकित अतिकम वजन के बच्चे परियोजना झाबुआ में 121, मेघनगर में 101, पेटलावद में 143, रामा में 101, राणापुर में 90, थांदला में 66 है। इसी के तहत लक्ष्य निर्धारित कर "मोटी आई कैम्पेन 2.0" का प्रारंभ किया गया है। आगामी सभी विकासखण्ड मे क्रमबद्ध प्रशिक्षण आयोजित किये जाकर कुपोषण कम करने हेतु क्षेत्र मे विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जावेगी।