शिक्षा से आत्मनिर्भरता के राष्ट्रीय संयोजक ओम शर्मा ने देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा शैक्षणिक संस्थानों के कुलगुरु, कुलसचिव, संचालक आदि को पत्र लिख कर अपने अपने संस्थानों के परिसर में अमेरिकी एवं अन्य विदेशी उत्पादों के बहिष्कार हेतु आग्रह किया है।

झाबुआ। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के मध्य क्षेत्र संयोजक, शिक्षा से आत्मनिर्भरता के राष्ट्रीय संयोजक ओम शर्मा ने देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा शैक्षणिक संस्थानों के कुलगुरु, कुलसचिव, संचालक आदि को पत्र लिख कर अपने अपने संस्थानों के परिसर में अमेरिकी एवं अन्य विदेशी उत्पादों के बहिष्कार हेतु आग्रह किया है। आपने बताया कि विगत कुछ वर्षों में भारत सरकार के कुशल वित्तीय प्रबंधन, समग्र आर्थिक नीतियों एवं भारतीय युवा उद्यमियों द्वारा किए गए नवाचारों के परिणामस्वरूप भारत विश्व की प्रथम पॉच अर्थव्यवस्थाओं में सम्मिलित हो चुका हैं। युवा उद्यमियों द्वारा प्रारंभ किए गए स्टार्ट अप के पीछे देश की शिक्षण संस्थाओं की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। भारत की उत्तरोत्तर आर्थिक प्रगति को बाधित करने के लिए अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर अन्याय पूर्ण तरीके से 50% टैरिफ लगाया गया हैं, यह कदम निश्चित ही भारत की आर्थिक प्रगति में बाधक बनेगा। अमेरिका के इस मनमाने टैरिफ का उचित प्रतिकार भारतीय जनता द्वारा किया जाना नितांत आवश्यक है। भारत में उपलब्ध अमरीकी उत्पादों पर दृष्टि डाले तो स्पष्ट होता है कि इन उत्पादों का एक बड़ा भाग खाद्य एवं पेय पदार्थों के रूप में है जिनके स्वदेशी विकल्प भी देश में उपलब्ध हैं। 50% टैरिफ के रूप में वैश्विक स्तर पर जो आर्थिक चुनौती हमारे सामने हैं उसे हम अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से स्वदेशी उत्पादों का उपयोग बढ़ाने के अवसर के रूप में परिवर्तित कर सकते हैं। दैनंदिनी उपयोग में आने वाले बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों को स्वदेशी उत्पादों से प्रतिस्थापित कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों के अमरीकी उत्पादों का स्वैच्छिक बहिष्कार करना होगा। इस कार्य में शिक्षण संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में विदेशी उत्पादों का उपयोग प्रतिबंधित होने से इन संस्थानों से जुड़े युवाओं की सोच में भी निश्चित ही परिवर्तन आएगा और एक बार पुनः हम अपने गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के दम पर विश्व में अपना डंका बजा देंगे। आपने विश्वास जताया कि हमारे सम्मिलित प्रयासों से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भारत विरोधी मानसिकता का समुचित जवाब दिया जा सकेगा।
ओम शर्मा ने विदेशी और स्वदेशी उत्पादों की सूची जानकारी के लिए शैक्षिक संस्थानों को प्रेषित की ही ।

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राजेंद्र राठौर

राजेंद्र राठौर टुडे लाइव न्यूज़ के सह-संपादक हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले राठौर राजनीतिक, सामाजिक और जनहित से जुड़े विषयों पर उत्कृष्ट पकड़ और विश्लेषण क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी निष्पक्ष, तथ्यपरक और जनसंवेदनशीलता से परिपूर्ण होती है।

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