पर्यूषण पर्व के प्रथम दिन 20 अगस्त एवं अंतिम दिवस 27 अगस्त को शहर में कत्लखाने एवं मांस बिक्री की दुकाने बंद रखवाने की मांगसकल जैन समाज ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को सौंपा ज्ञापन


झाबुआ। सकल जैन समाज के पर्वाधिराज पर्यूषण महापर्व 20 अगस्त से शुरू होकर 27 अगस्त तक चलेंगे। इस दौरान जैन मंदिरों में विभिन्न धार्मिक आयोजन संपन्न होंगे। पर्यूषण पर्व के प्रथम दिन 20 अगस्त एवं अंतिम दिवस 27 अगस्त को शहर में संचालित कत्लखाने (मांस-मछली) की दुकानों को बंद रखवाने की मांग को लेकर सकल जैन समाज द्वारा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को 18 अगस्त, सोमवार को ज्ञापन सौंपा गया।
सकल जैन समाज में श्वेतांबर जैन समाज से अध्यक्ष संजय मेहता, अन्य पदाधिकािरयेां में राजेश मेहता, अंतिम जैन, मनोज जैन ‘नाकोड़ा’, मुकेश लोढ़ा, भरत बाबेल, सुरेन्द्र सकलेचा, राजेश सेठिया, परिषद् परिवार अध्यक्ष राकेश मेहता, देवेन्द्र सेठिया, मीडिया प्रभारी रिंकू रूनवाल, स्थानकवासी श्री संघ अध्यक्ष प्रदीप रूनवाल, तेरापंथ महासभा अध्यक्ष मितेश गादिया आदि ने सोमवार दोपहर 2 बजे कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन एसडीएम भास्कर गाचले को ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक के नाम एवं थाना प्रभारी आरसी भास्करे तथा नगरपालिका सीएमओ को भी उक्ताशय का ज्ञापन सकल जैन समाज की ओर से प्रेषित किया गया है। जिसमें उल्लेख किया गया कि सकल जैन समाज के चातुर्मासकाल के दौरान वर्ष में आने मुख्य पर्व पर्वाधिराज पर्यूषण पर्व 20 अगस्त से शुरू हो रहा है, जो संवत्सरी के साथ 27 अगस्त तक चलेगा। 27 अगस्त से गणेशोत्सव शुरू होकर प्रथम दिन घटस्थापना भी है।
सख्ती से दुकाने बंद रखवाई जाएं
मप्र शासन के आदेश है कि पर्यूषण के प्रथम एवं अंतिम दिवस मांस विक्रय की बिक्री पर रोक लगाई जाए। उक्त आदेश का पालन करते हुए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन नगरपालिका द्वारा इस दिन शहर में मांस-मटन एवं मछली विक्रेताओं की दुकाने सख्ती से बंद रखवाई जाए। ज्ञापन के साथ मप्र शासन के आदेश की प्रतिलिपि भी संलग्न की गई। ज्ञापन बाद एसडीएम श्री गाचले द्वारा इस संबंध में उचित कार्रवाई हेतु समाजजनों को आश्वास्त किया गया।

और पड़े

राजेंद्र राठौर

राजेंद्र राठौर टुडे लाइव न्यूज़ के सह-संपादक हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले राठौर राजनीतिक, सामाजिक और जनहित से जुड़े विषयों पर उत्कृष्ट पकड़ और विश्लेषण क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी निष्पक्ष, तथ्यपरक और जनसंवेदनशीलता से परिपूर्ण होती है।

सम्बंधित खबरें

Back to top button
error: Content is protected !!