“हमारे दिन की शुरुआत माँ वृदां की पुजा से होती है”




झाबुआ। शासकीय कन्या महाविद्यालय झाबुआ में भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय सेवा योजना तथा पर्यावरण मालवा प्रांत शिक्षा न्यास संस्कृति उत्थान के संयुक्त तत्वाधान में हरियाली महोत्सव का आयोजन किया गया। अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अंजना सोलंकी ने की मुख्य अतिथि पंडित राजकुमार देवल तथा सुश्री भूमिका पवार थे। प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती की आराधना व दिप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की । प्राचार्य डॉ अंजना सोलंकी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारे दिन की शुरुआत मां वृद्धा की पूजा से होती है हम उस देश के निवासी हैं जहां वट सावित्री, आंवला नवमी, हरियाली अमावस्या त्यौहार के रूप में भव्यता से मनाए जाते हैं। हमारे संस्कारों में वृक्षारोपण का और पेड़ों की पूजा का विशेष महत्व है । मुख्य अतिथि राजकुमार देवल ने कहा कि वृक्ष प्रदूषण पी जाते हैं पर्यावरण को पवित्र बनते हैं आपने कहा कि मनुष्य का शरीर पांच तत्वों का बना है और यही तत्व मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं अतः हमें स्वस्थ रहना है तो पर्यावरण को भी स्वस्थ रखना होगा और इसके लिए हमें माँ वसुधा का पेड़ लगाकर श्रगांर करना होगा। सुश्री भूमिका पवार ने भारतीय संस्कृति में पेड़ों के महत्व पर प्रकाश डाला, डॉ प्रीति समदरिया त्रिपाठी ने कहा कि पर्यावरण है तो कल है आपने कहा कि यदि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा, स्वच्छ पानी व स्वच्छ अन्न देना है तो हमें पेड़ लगाकर प्रकृति को बचाना ही होगा । कार्यक्रम का संचालन भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉक्टर लोकेंद्र सिंह झाला ने किया वह आभार राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर रिद्धि माहेश्वरी ने माना कार्यक्रम के पश्चात मुख्य अतिथि तथा महाविद्यालय परिवार ने मिलकर वृक्षारोपण भी किया। कार्यक्रम में डॉक्टर सारिका डूडवे, डॉक्टर प्रियंका भालिया, श्रीमती तारा बिलवाल, एम एस परमार, प्रकाश मैडा़, सुश्री सरिता भगोरा, सुश्री जय जोशी, श्रीमती पार्वती हिहोर, राम सिंह गणावा, रमेश डामोर सहित महाविद्यालय के समस्त कर्मचारी वह बड़ी मात्रा में छात्राएं उपस्थित रहे।
