झाबुआ आंचल में रचनात्मक सामाजिक कार्य कार्य हेतु पद्मश्री महेश शर्मा को मिला ‘अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद राष्ट्रीय सम्मान




भोपाल(झाबुआ)=स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित “आजादी का महापर्व एवं राष्ट्रीय अलंकरण समारोह” में झाबुआ के वरिष्ठ समाजसेवी और शिवगंगा समग्र ग्राम विकास परिषद के संस्थापक महेश शर्मा को अमर शहीद चंद्रशेखर आज़ाद राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किया गया।
यह सम्मान महेश शर्मा को, जनजाति समाज में रचनात्मक समाज कार्य हेतु प्रदान किया गया है।
यह सम्मान तीन दशकों से परमार्थ की प्रेरणा से झाबुआ आंचल में हो रहे जल, जंगल, जमीन, जानवर, जन के संवर्धन से समृद्धि के जन आंदोलन का सम्मान है। महेश शर्मा पूर्व में भी पद्मश्री सम्मान एवं रामतीर्थ गोदा राष्ट्रीय सम्मान से भी अलंकृत किये जा चुके हैं।
रविन्द्र भवन में आयोजित समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संस्कृति मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी की गरिमामयी उपस्थिति रही। मंच पर प्रधानमंत्री कार्यालय के आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल, पद्मश्री गिरीश प्रभुणे (पुणे), पद्मश्री मीनाक्षी जैन (नई दिल्ली), प्रो. डॉ. शशिभूषण कुमार (नोएडा), श्रीमती मीरा कुट्टलक्कल (गुवाहाटी), प्रभुल कोठारी (नई दिल्ली), डॉ. राजेश्वर शास्त्री (उज्जैन), निर्मलदत्त नारंग (ग्वालियर), रवि भाटिया (इंदौर), स्वामी कालिकृष्णानंद (वृंदावन) और निर्मल साहू (डिंडोरी) समेत अनेक प्रतिष्ठित सामाजिक एवं सांस्कृतिक हस्तियाँ उपस्थित रहीं।
इस वर्ष यह सम्मान ले. जनरल (से.नि.) सैयद अता हसनैन, गिरीश प्रभुणे, और विवेकानंद केंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ कल्चर (गुवाहाटी) को भी प्रदान किया गया। प्रत्येक पुरस्कारार्थी को ₹2 लाख की सम्मान राशि, प्रशस्ति-पत्र और शॉल भेंट किए गए।
समारोह में चंद्रशेखर आज़ाद के अमर संदेश — “दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे; आज़ाद थे, आज़ाद रहेंगे” — को स्मरण करते हुए यह संकल्प लिया गया कि उनके बलिदान के आदर्शों को देश के कोने-कोने और ग्राम-ग्राम तक पहुँचाया जाएगा।
