सफलता की कहानीराष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत कड़कनाथ कुक्कुट पालन से आत्मनिर्भर बनीं श्रीमती पुष्पा दोहरे

झाबुआ। तहसील झाबुआ के ग्राम अन्तरवेलिया निवासी श्रीमती पुष्पा दोहरे ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन (कड़कनाथ कुक्कुट विकास योजना) के तहत आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। श्रीमती दोहरे ने नवम्बर 2021 में योजना हेतु ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके उपरांत मार्च 2022 में बैंक द्वारा ₹17 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया। योजना की कुल इकाई लागत ₹34 लाख निर्धारित की गई, जिसमें मई 2023 में ₹8.5 लाख की अनुदान राशि की पहली किश्त प्राप्त हुई। फरवरी 2024 में उन्होंने कड़कनाथ कुक्कुट पालन इकाई का संचालन प्रारंभ किया।

आधुनिक हेचरी मशीन की स्थापना
योजना के अंतर्गत उन्होंने 1100 पैरेंट कड़कनाथ मुर्गा-मुर्गियों के साथ 15,000 अंडों की क्षमता वाली आधुनिक हेचरी मशीन की स्थापना की। वर्तमान में प्रति माह औसतन 7,500 अंडों का उत्पादन हो रहा है, जिससे लगभग 5,900 चूजों का उत्पादन सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रतिमाह लगभग 2,500 वयस्क कड़कनाथ पक्षी तैयार किए जा रहे हैं।
इस समग्र इकाई से श्रीमती पुष्पा दोहरे को प्रति माह ₹81,000 की शुद्ध आय प्राप्त हो रही है। यह योजना उनके लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का साधन बनी है तथा क्षेत्र की अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।
पशुपालन विभाग, झाबुआ द्वारा दी जा रही निरन्तर सहायता एवं निगरानी के माध्यम से यह इकाई एक सफल मॉडल के रूप में उभर रही है।

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राजेंद्र राठौर

राजेंद्र राठौर टुडे लाइव न्यूज़ के सह-संपादक हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले राठौर राजनीतिक, सामाजिक और जनहित से जुड़े विषयों पर उत्कृष्ट पकड़ और विश्लेषण क्षमता के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी निष्पक्ष, तथ्यपरक और जनसंवेदनशीलता से परिपूर्ण होती है।

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